जैसे ज़िन्दगी के आखरी पड़ाव पे कोई अफसोस नहीं रहना चाहिए, वैसे ही किताब के आखरी पन्ने पे कोई कहानी अ... जैसे ज़िन्दगी के आखरी पड़ाव पे कोई अफसोस नहीं रहना चाहिए, वैसे ही किताब के आखरी ...
जिसे वो कभी भी अपने शब्द न दे सका और यह काग़ज़ कोरा ही रह गया। जिसे वो कभी भी अपने शब्द न दे सका और यह काग़ज़ कोरा ही रह गया।
फिर उन्होंने सोच की क्यों न संत ज्ञानेश्वर को पत्र लिखा जाए। फिर उन्होंने सोच की क्यों न संत ज्ञानेश्वर को पत्र लिखा जाए।
इसलिए, क्योंकि अब राजा वैसे नहीं होते, इनके लिए गलती से भी इनकी प्रजा कहीं अपनी जान न द इसलिए, क्योंकि अब राजा वैसे नहीं होते, इनके लिए गलती से भी इनकी प्रजा कहीं अपनी ...
पन्ने को हम समेट नही सकते। एक-आध पन्ना छूट ही जाता है। पन्ने को हम समेट नही सकते। एक-आध पन्ना छूट ही जाता है।
अगर मैं अरमान की आरज़ू हूं, तो तुम आरज़ू के अरमान हो अगर मैं अरमान की आरज़ू हूं, तो तुम आरज़ू के अरमान हो